बरेली में मेट्रो का सर्वे पूरा, पहले चरण में बनेगा 22 किमी लंबा मेट्रो कॉरिडोर
6000 करोड़ की लागत से बरेली में मेट्रो परियोजना होगी शुरू
राइट्स ने बरेली मेट्रो के लिए सर्वे रिपोर्ट सौंपी, जल्द बनेगी डीपीआर
बरेली के प्रमुख स्थानों पर मेट्रो स्टेशन, यातायात की समस्या से मिलेगी निजात
2031 की जनसंख्या के आधार पर तैयार होगा 22 किलोमीटर का मेट्रो कॉरिडोर
रिपोर्ट: सुनील सक्सेना, प्रधान संपादक (यूपी न्यूज लाइव)
बरेली, 16 अक्टूबर। बरेली में मेट्रो परियोजना एक महत्वपूर्ण और बड़े पैमाने पर बदलाव लाने वाला कदम है, जो शहर की यातायात समस्याओं को हल करने और आवागमन को अधिक सुगम बनाने की दिशा में उठाया गया है। योगी सरकार द्वारा इस परियोजना पर जोर दिया जा रहा है, और बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) के नेतृत्व में यह काम तेजी से आगे बढ़ रहा है।
राइट्स द्वारा सर्वेक्षण पूरा कर लिया गया है, और इस पर आधारित रिपोर्ट भी बीडीए को सौंप दी गई है, जिसमें 22 किलोमीटर लंबे मेट्रो कॉरिडोर की योजना का प्रस्ताव है। इस कॉरिडोर को बरेली के महत्वपूर्ण और व्यस्त स्थानों जैसे रेलवे जंक्शन, चौकी चौराहा, सैटलाइट बस स्टैंड, रुहेलखंड यूनिवर्सिटी, फन सिटी, बैरियर टू तिराहा आदि स्थानों से जोड़ा जाएगा।
इस परियोजना की लागत करीब 6000 करोड़ रुपये आंकी गई है, और यह योजना बरेली की भविष्य की जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई है, जिसमें 2031 तक की संभावित वृद्धि को ध्यान में रखा गया है।
बरेली की जनता को इस मेट्रो परियोजना से कई लाभ होंगे, जैसे:
– शहर के जाम से राहत मिलेगी।
– सार्वजनिक परिवहन में सुधार होगा।
– यात्रा समय कम होगा और यात्रा सुगम होगी।
इसके अलावा, मेट्रो परियोजना से शहर में आर्थिक गतिविधियों में भी तेजी आएगी और रोजगार के अवसर पैदा होंगे। इस परियोजना को जल्द ही कमिश्नर की अध्यक्षता वाली कमेटी के समक्ष पेश किया जाएगा, जिसके बाद डीपीआर तैयार की जाएगी।
यह परियोजना बरेली को एक आधुनिक, सुलभ, और परिवहन के लिए अधिक विश्वसनीय शहर में तब्दील करने का वादा करती है।
बरेली में मेट्रो परियोजना के लिए अभी तक कोई निश्चित तारीख तय नहीं की गई है, क्योंकि यह कई चरणों में पूरी होगी। फिलहाल, मेट्रो का सर्वेक्षण पूरा हो चुका है, और राइट्स (रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकोनॉमिक सर्विस) ने अपनी रिपोर्ट बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) को सौंप दी है। अब अगला चरण डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार करना होगा, जिसे कमिश्नर की अध्यक्षता वाली कमेटी के सामने पेश किया जाएगा।
इसके बाद, सरकार से अनुमोदन, वित्तीय व्यवस्था, और निर्माण की प्रक्रिया शुरू होगी। मेट्रो परियोजनाएं आमतौर पर कई वर्षों का समय लेती हैं, इसलिए यह संभावना है कि निर्माण कार्य शुरू होने के बाद मेट्रो सेवा चालू होने में कुछ साल लग सकते हैं। यदि सभी कार्य योजना के अनुसार चलते हैं, तो मेट्रो सेवा अगले कुछ वर्षों में शुरू हो सकती है, लेकिन फिलहाल कोई निश्चित तारीख घोषित नहीं की गई है।
बरेली मेट्रो परियोजना के लिए डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार करने की प्रक्रिया सर्वेक्षण रिपोर्ट के पूरा होने के बाद शुरू की जाएगी। बीडीए उपाध्यक्ष मनीकंडन ए के अनुसार, राइट्स की रिपोर्ट को कमिश्नर की अध्यक्षता वाली कमेटी के समक्ष पेश किया जाएगा। इसके बाद डीपीआर बनाने का काम शुरू होगा।
डीपीआर तैयार करने में कुछ महीने लग सकते हैं, क्योंकि इसमें तकनीकी, आर्थिक, सामाजिक और अन्य पहलुओं का विस्तृत विश्लेषण किया जाता है। आमतौर पर, डीपीआर की तैयारी में 6 महीने से 1 साल तक का समय लग सकता है, लेकिन यह समय सीमा परियोजना की जटिलता और अन्य प्रशासनिक प्रक्रियाओं पर निर्भर करती है।
1. **Bareilly Metro Project**
2. **Metro Corridor**
3. **RITES Survey**
4. **Bareilly Development Authority**
5. **Public Transportation**
6. **Urban Development**
7. **Yogi Government**
8. **6000 Crore Metro Project**
9. **Detailed Project Report (DPR)**
10. **Traffic Solution**
11. **Infrastructure Development**
12. **Bareilly Metro Stations**
13. **Light Metro**
14. **2031 Population Plan**
15. **Metro Construction Timeline**