रिपोर्ट: सुनील सक्सेना, प्रधान संपादक यूपी न्यूज लाइव
बरेली, 22 अक्टूबर। बरेली की बारादरी थाना पुलिस कमिश्नर के आदेश को भी नहीं मानती है। यही वजह है कि कमिश्नर के आदेश पर दर्ज हुए मुकदमे में से सरकारी जमीन पर कब्जा करने वालो के नाम विवेचना में से हटा दिए गए है। करोड़ो की सरकारी जमीन पर कब्जा करके बनाए गए लॉन और स्कूल मालिकों की पुलिसकर्मियों से साठ-गांठ के चलते पुलिस ने दो लोगों के नाम विवेचना से निकाल दिए है। हालांकि ये खबर आग की तरह पूरे शहर में फैल गई है। बारादरी पुलिस पर लगे भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों के चलते एसएसपी ने मामले की जांच एसपी सिटी को सौंपी है। माना जा रहा है अब बारादरी थाने के विवेचक और इंस्पेक्टर के खिलाफ सख्त कार्यवाही हो सकती है।
सरकारी जमीन पर कब्जे में भ्रष्टाचार के आरोप, पुलिस की भूमिका संदिग्ध
बारादरी पुलिस का बड़ा कारनामा सामने आया है। सीलिंग की जमीन कब्जा कर खरीद फरोख्त में हुये मुकदमे की विवेचना मे फहम लान मालिक के भाई मो शरीफ और वुडरो स्कूल के अध्यक्ष ऋषि वानी का नाम निकालने में बारादारी पुलिस फ़स गयी है। एसएसपी अनुराग आर्य ने विवेचक की भूमिका की जाँच एसपी सिटी मानुष पारिक को सौंपी है।
बारादरी थाना पुलिस की विवेचना में गड़बड़ी, भ्रष्टाचार की जांच शुरू
गौरतलब है की फरवरी 2024 मे कमिश्नर सौम्या अग्रवाल के आदेश पर थाना बारादरी मे सीलिंग की जमीन कब्जा कर खरीद फरोख्त में वुडरो स्कूल आफ सोसाइटी के अध्यक्ष ऋषि वानी,फहम लान मालिक आरिफ,
आरिफ के भाई मो शरीफ, गुलवानी, नेतराम और द्वारिका व अन्य अज्ञात के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471 व 447 मुकदमा दर्ज हुआ था। जिसकी विवेचना थाना बारादारी के द्वारा निष्पदित की जा रही थी।
फहम लान के मालिक का भाई मो शरीफ और वुडरो स्कूल मालिकों के नाम हटाने पर बारादरी पुलिस सवालों के घेरे में.
आरोप है की अभियुक्तों की साठ-गांठ के चलते विवेचना मे बारादरी पुलिस ने फहम लान के मालिक आरिफ के भाई मोहम्मद शरीफ और वुडरो स्कूल आफ सोसाइटी के अध्यक्ष ऋषि वानी को नाम विवेचना से हटा दिया गया है और एक अन्य व्यक्ति का नाम विवेचना मे बढ़ा दिया गया है।तहसील की जांच में कब्जे की पुष्टि होने के बाद कमिश्नर सौम्या अग्रवाल के आदेश पर सदर तहसील के लेखपाल जय नारायन के शिकायती पत्र पर थाना बारादरी मे मुकदमा दर्ज हुआ था।
एसएसपी ने एसपी सिटी को जांच सौंपी, बारादरी पुलिस पर हो सकती है सख्त कार्रवाई.
एसएसपी अनुराग आर्य का कहना है की मामला मेरी संज्ञान में है। विवेचक की भूमिका की जाँच भी की जायेगी। प्रकरण की जाँच एसपी सिटी मानुष पारीक को सौंपी हैं। विवेचना में दो लोगों के नाम किस आधार पर हटाए गये है और एक नाम किस आधार बढ़ाया गया है मामले की जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।